विश्व ह्रदय दिवस : मथुरा में यथार्थ हॉस्पिटल ने वॉकथोन के जरिए हृदय रोगियों को किया जागरूक

विश्व ह्रदय दिवस : मथुरा में यथार्थ हॉस्पिटल ने वॉकथोन के जरिए हृदय रोगियों को किया जागरूक

मथुरा Iयथार्थ सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, ग्रेटर नोएडा ने रविवार को मथुरा में हृदय स्वास्थ्य जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए एक वॉकाथॉन का आयोजन किया। ‘चलता रहे मेरा दिल’ शीर्षक से आयोजित इस कार्यक्रम का उद्देश्य भारत में हृदय रोगों की बढ़ती समस्या पर प्रकाश डालना और सरल जीवनशैली में बदलावों के जरिए हृदय स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव के बारे में जागरूकता फैलाना था।

सेठ बी.एन. पोद्दार इंटर के मैदान में आयोजित वॉकाथॉन का शुभारंभ मुख्य अतिथि एसएसपी शैलेश कुमार पांडे ने किया। सभी अतिथियों का स्वागत यथार्थ ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स के ग्रुप सीईओ अमित सिंह ने किया। इस आयोजन में 1200 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया। जिनमें स्थानीय आवासीय सोसायटियों के निवासी और वरिष्ठ नागरिक शामिल थे। सभी उपस्थित प्रतिभागियों को नि:शुल्क टी-शर्ट और जलपान प्रदान किया गया, साथ ही विजेताओं को साइकिल जैसे आकर्षक पुरस्कार भी दिए गए। इसके अलावा सभी प्रतिभागियों को हृदय स्वास्थ्य जांच के लिए मुफ्त कूपन भी वितरित किए गए।

वॉकथॉन के बाद ज़ुम्बा सत्र हुआ और डॉ यथार्थ सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, ग्रेटर नोएडा के कार्डियोलॉजी विभाग के एचओडी और वरिष्ठ सलाहकार डॉ. पंकज रंजन के नेतृत्व में सम्मानित डॉक्टरों के एक पैनल द्वारा ‘कार्डियक हेल्थ’ पर एक ज्ञानवर्धक इंटरैक्टिव सत्र आयोजित किया गया।

कार्यक्रम में बोलते हुए एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय ने कहा यथार्थ ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स के प्रयास सराहनीय हैं। जिन्होंने इस आयोजन के माध्यम से विशेषज्ञों को एक मंच पर लाकर हृदय स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने का कार्य किया है। छोटे-छोटे जीवनशैली में बदलाव जानलेवा जोखिमों को कम कर सकते हैं। आज की तेज रफ्तार जीवनशैली, काम का अत्यधिक दबाव और सोशल मीडिया की व्यापकता हमारे स्वास्थ्य पर अप्रत्याशित असर डाल रही है, जिसका हमें एहसास भी नहीं होता। यह आवश्यक है कि हम रुककर अपने स्वास्थ्य को प्राथमिकता दें और अपने दैनिक जीवन में स्वस्थ आदतों को शामिल करें ताकि हम अपने दिल और समग्र स्वास्थ्य की सुरक्षा कर सकें।”

यथार्थ ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स के सीईओ अमित सिंह ने कहा, “हृदय रोगों के मामले बढ़ रहे हैं, जिसका मुख्य कारण खराब और निष्क्रिय जीवनशैली है, और यह चिंताजनक है कि कई भारतीय अभी भी हृदयाघात के शुरुआती लक्षणों से अनभिज्ञ हैं। इस तरह के सार्वजनिक आयोजन, जैसे यह वॉकाथॉन, जागरूकता फैलाने और लोगों को हृदयाघात की रोकथाम व इससे बचाव के तरीकों के बारे में शिक्षित करने के लिए अत्यंत आवश्यक हैं। “रिपोर्ट्स के अनुसार, भारत में 2.8 मिलियन से अधिक लोग हृदय रोग के जोखिम में हैं, जिनमें से अधिकांश इस बात से अनजान हैं कि उनकी लापरवाह आदतें उनके हृदय स्वास्थ्य को खतरे में डाल रही हैं। हृदय रोगों की रोकथाम का सबसे सरल तरीका है निष्क्रिय जीवनशैली और मोटापा, मधुमेह और उच्च रक्तचाप को बढ़ावा देने वाले खानपान से बचना।

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