पानीपत, 28 सितंबर 2021: देश के अग्रणी स्वास्थ्य संस्थान मैक्स सुपर स्पेशियल्टी हॉस्पिटल शालीमार बाग नई दिल्ली ने आज पानीपत में नेफ्रोलॉजी और किडनी ट्रांसप्लांट के लिए विशेष ओपीडी सेवा की शुरुआत की। यह ओपीडी हैदराबादी हॉस्पिटल पानीपत में मरीजों के लिए प्रत्येक मंगलवार को सुबह 10: 30 बजे से 12 बजे दोपहर तक उपलब्ध रहती है। यहां मरीज किडनी और संपूर्ण किडनी संबंधी सेहत के बारे में परामर्श तथा नियमित चेकअप कराने के लिए अप्वाइंटमेंट बुक करा सकते हैं।
इस मौके पर मैक्स सुपर स्पेशियल्टी हॉस्पिटल शालीमार बाग में प्रिंसिपल कंसल्टेंट नेफ्रोलॉजी और किडनी ट्रांसप्लांट मेडिसिन के डॉ. मनोज अरोड़ा व डॉ. योगेश छाबड़ा , यूरोलॉजी एंड किडनी ट्रांसप्लांट के निदेशक डॉ. वाहीद जमान मौजूद थे। ओपीडी में इस तरह की सेवाएं शुरू होने से सभी उम्र और सामाजिक आर्थिक पृष्ठभूमि के लोगों को अब नियमित क्वालिटी चिकित्सा सेवाएं पाने के लिए दूसरे शहरों में नहीं जाना पड़ेगा और अलग - अलग ओपीडी में भी नहीं भटकना पड़ेगा।
शालीमार बाग स्तिथ मैक्स सुपर स्पेशियल्टी हॉस्पिटल में प्रिंसिपल कंसल्टेंट नेफ्रोलॉजी और किडनी ट्रांसप्लांट मेडिसिन के डॉ. मनोज अरोड़ा ने कहा कि कई कारणों से लोगों में डायबिटीज मेलिटस हाइपरटेंशन किडनी स्टोन जैसी किडनी संबंधी समस्याएं उत्पन्न होती हैं। हमारा उद्देश्य है कि ऐसे लोगों को अपने घर के पास ही बीमारी का प्रभावी प्रबंधन सुनिश्चित किया जाए और विशेष चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराई जाए। पानीपत में किडनी ट्रांसप्लांट और नेफ्रोलॉजी ओपीडी सेवाएं शुरू होने से यहां शहर और आसपास के क्षेत्रों के मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधा मिल पाएगी। इस क्षेत्र में क्वालिटी हेल्थकेयर सेवाओं और अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी की मदद से घर के पास ही बेहतर चिकित्सा मिल जाएगी।
लोगों में किडनी संबंधी बीमारियों के अलग -अलग लक्षण उभरते हैं इसलिए इससे बचाव ही अहम भूमिका मानी जाती है। शुरुआती चरण में ही इस रोग से बचाव पर ध्यान दिया जाए तो इलाज पर भारी भरकम खर्च से बचा जा सकता है। पैरों हाथों में दर्द, एड़ियों में सूजन, आंखों के नीचे सूजन, सांस उखड़ना, थकान, पेशाब से खून आना, रात में बार -बार पेशाब की नौबत आना, अच्छी नींद नहीं आना, त्वचा में खुश्की और खुजलाहट जैसे शुरूआती लक्षणों को ज्यादातर लोग अनदेखी कर देते हैं।
ऐसी स्थितियों की शुरुआती चरण में नियमित जांच कराना महत्वपूर्ण होता है क्योंकि इससे मरीज का न सिर्फ खर्च बचता है, बल्कि समाज पर विशेष डायबिटीज पीड़ितों और हाइपरटेंशन मरीजों का बोझ भी कम होता है। एक अनुमान है कि किडनी रोग के अंतिम चरण के मरीज जानकारी के अभाव के कारण और किडनी ट्रांसप्लांट से जुड़े मिथकों के कारण बहुत कम संख्या में किडनी ट्रांसप्लांट कराते हैं। किडनी खराब होने के बढ़ते मामलों को देखते हुए मैक्स हेल्थकेयर ने यहां ओपीडी खोलकर एक बड़ा कदम उठाया है जिससे क्षेत्र के आसपास के मरीजों को शीघ्र और आसान स्वास्थ्य सेवाएं मिल जाएंगी।
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