डॉक्टर अखिलेश यादव, वरिष्ठ प्रत्यारोपण सर्जन, जॉइंट रिप्लेसमेंट, सेंटर फॉर नी एंड हिप केयर, गाज़ियाबाद
महिलाएं खासतौर पर घुटने के दर्द से परेशान रहती हैं। इसकी वजह से उन्हें चलने-फिरने और खासतौर पर सीढ़ियां चढ़ने में दिक्कत होती है। घुटनों में दर्द का मुख्य कारण गठिया है और इसके लिए उठने-बैठने का तौर तरीका भी काफी हद तक जिम्मेदार है। जीवन में छोटी-छोटी आदतें घुटनों को खराब कर सकती हैं।
आदतें जो घुटनों को खराब करती हैं:-
1.बैठने का तरीका: भारतीय संस्कृति में घुटने मोड़कर और पालथी मारकर बैठने की अक्सर जरूरत पड़ती है। मंदिर में बैठना हो, भजन करना हो, सामूहिक भोजन करना हो, घर के कामकाज करना हो या आपस में बातें करनी हों-इन सभी कामों में घुटने मोड़कर ही बैठना पड़ता है। बैठने की यह शैली हमारी आदतों में शुमार हो गई है और इस आदत के कारण यहां लोग कुर्सी, सोफे या पलंग पर भी घुटने मोड़कर बैठना पसंद करते हैं। बैठने के इस तरीके में घुटने पर दबाव पड़ता है, जिससे कम उम्र में ही घुटने खराब होने की आशंका बढ़ती है। हालांकि इसके असर तुरंत नहीं दिखते लेकिन उम्र बढ़ जाने पर घुटने की समस्या हो जाती है। अगर दिक्कत शुरू हो जाए तो बैठने का तरीका बदलना चाहिए।
2.गतिहीन जीवनशैली: बहुत कम लोग यह समझते हैं कि गतिहीन जीवनशैली न सिर्फ मोटापे को बढ़ावा देती है बल्कि घुटनों को बीमारियों का शिकार भी बनाती है। लंबे समय तक एक ही जगह पर बैठने या खड़ा होने पर घुटनों पर गंभीर दबाव पड़ता है। इसके कारण धीरे-धीरे घुटने खराब होने लगते हैं। शुरुआत में दर्द हल्का होता है लेकिन बाद में जाकर ये गंभीर होता जाता है। गतिहीन जीवनशैली घुटनों का लचीलापन भी खत्म कर देती है। इससे भी घुटनों में दर्द की शिकायत होती है।
घुटनों को खराब होने से बचाने के लिए सक्रिय जीवनशैली का पालन करें। नियमित रूप से सही तरीके के साथ एक्सरसाइज करने से घुटनों का लचीलापन बना रहेगा और वे कभी खराब नहीं होंगे। समय-समय पर घुटनों की मालिश भी कराएं।
3.अत्यधिक भाग-दौड़: जो लोग बहुत ज्यादा भागते-दौड़ते हैं, उनके घुटने की मांसपेशियां कमज़ोर होने लगती हैं जिसके कारण घुटनों में दर्द उठता है। इस समस्या का नाम रनर्स नी है। हालांकि, ऐसा जरूरी नहीं कि ये समस्या केवल दौड़ने वालों को ही हो। जो भी व्यक्ति घुटनों का अत्यधिक इस्तेमाल करता है उसे यह समस्या हो सकती है। व्यायाम जैसे कि क्रंचेज़, स्क्वाट्स आदि बहुत ज्यादा करने से भी घुटने खराब होते हैं।
रनर्स नी की समस्या होने पर घुटनों को ज्यादा से ज्यादा आराम दें। बर्फ से घुटनों की सिकाई करें। घुटनों को नुकसान पहुंचाने वाली एक्सरसाइज से बचें। कुछ दिनो के लिए भाग-दौड़ बंद कर दें। घुटने पर गर्म पट्टी बांधें। गुनगुने तेल से घुटने की मालिश कराएं। सोते या लेटते समय घुटनों के नीचे मुलायम तकिया लगाएं।
4.एक पैर पर दूसरा पैर रखकर बैठना: दफ्तरों में बैठकर काम करने वाले ज्यादातर युवा अपने पैर क्रॉस करके बैठते हैं। इससे घुटनों की मांसपेशियों पर बहुत गहरा दबाव पड़ता है, जो घुटनों में दर्द पैदा करता है। ऐसा नियमित रूप से होने पर घुटने खराब होने लगते हैं।
5.हील वाली चप्पलें: अधिकतर महिलाएं अपनी हाइट बढ़ाने के लिए हील वाली चप्पलें पहनना पसंद करती हैं। इससे वे कॉन्फिडेंट महसूस करती हैं। लेकिन महिलाओं के फैशन में चार-चाँद लगाने वाली हील्स उनके घुटनों को बुरी तरह प्रभावित करती हैं। हील्स पहनने से न सिर्फ टखनों में बल्कि घुटनों में भी दर्द पैदा होता है। इसलिए हील्स का इस्तेमाल कम से कम करें।
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